Gender Change : आज के समय में हर कोई अपने व्यक्ति हिसाब से जीना चाहता है। इसी कड़ी देश में लिंग परिवर्तन की कई खबरें आती रहती हैं। जैसे राजस्थान में मीरा नाम की एक महिला टीचर ने अपना लिंग परिवर्तन करा लिया और अपनी ही स्टूडेंट कल्पना फौजदार से शादी कर ली थी।
डॉक्टरों का मानना है कि कई लड़के-लड़कियों में 12 से 16 साल की उम्र के बीच जेंडर डिस्फोरिया के लक्षण दिखने लगते हैं, लेकिन समाज के डर के कारण वे अपने माता-पिता को इन बदलावों के बारे में बताने से डरते हैं। आइए आज इस प्रक्रिया को जानते हैं।
लिंग परिवर्तन की प्रक्रिया बहुत जटिल
डॉक्टर्स द्वारा लिंग परिवर्तन सर्जरी कराना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसकी कीमत भी लाखों में होती है और इस सर्जरी को कराने से पहले मानसिक रूप से तैयार होना पड़ता है। यह सर्जरी हर जगह उपलब्ध नहीं है। केवल कुछ मेट्रो सिटी अस्पतालों में ही ऐसे सर्जन होते हैं जो जेंडर चेंज सर्जरी कर सकते हैं।
Trending GK Quiz: वो कौन सी चीज है जिसे औरतें एक साल तक इस्तेमाल करने के बाद फेंक देती है?
डॉक्टरों की कई टीम होती हैं शामिल
लिंग परिवर्तन सर्जरी की पूरी प्रक्रिया में कई डॉक्टर शामिल होते हैं। इसमें मनोचिकित्सक, सर्जन, स्त्री रोग विशेषज्ञ और एक न्यूरो सर्जन भी मौजूद हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यह सर्जरी 21 साल से अधिक उम्र के लोगों पर ही की जाती है। इतनी कम उम्र में माता-पिता से लिखित सहमति लेने के बाद ही ऑपरेशन किया जाता है, हालांकि 21 साल से कम उम्र में यह सर्जरी कराने वालों की संख्या नगण्य है।
32 तरह की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है पुरुष बनने के लिए –
इस लिंग परिवर्तन ऑपरेशन के कई स्तर होते हैं। यह प्रक्रिया लम्बे समय तक चलती रहती है। महिला से पुरुष बनने के लिए करीब 32 तरह की प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। एक पुरुष से महिला बनने में 18 चरण होते हैं। सर्जरी करने से पहले डॉक्टर यह भी देखते हैं कि लड़का और लड़की इसके लिए मानसिक रूप से तैयार हैं या नहीं। इसके लिए मनोचिकित्सक की मदद ली जाती है। साथ ही यह भी देखा जाता है कि शरीर में कोई गंभीर बीमारी तो नहीं है।
ऐसे होती है लिंग परिवर्तन सर्जरी –
इसके लिए इसके लिए डॉक्टर को सबसे पहले मानसिक परीक्षण करना पड़ता है इस परीक्षण के बाद हार्मोन थेरेपी स्टार्ट की जाती है। उसके शरीर में हार्मोन की आपूर्ति इंजेक्शन और दवाइयों के जरिए होती है। इस इंजेक्शन की लगभग तीन से चार खुराक देने के बाद शरीर में हार्मोनल बदलाव होने लगते हैं। फिर इसकी प्रक्रिया शुरू की जाती है।
इसमें पुरुष या महिला के प्राइवेट पार्ट्स और चेहरे का आकार बदल दिया जाता है। किसी महिला को पुरुष बनाने के लिए सबसे पहले उसके स्तनों को हटाया जाता है और पुरुष के प्राइवेट पार्ट्स को विकसित किया जाता है। पुरुष से महिला बनने वाले व्यक्ति के शरीर से निकाले गए मांस से महिला के शरीर के अंग बनाए जाते हैं। इसमें स्तन और प्राइवेट पार्ट शामिल हैं। स्तनों के लिए अलग से तीन से चार घंटे की सर्जरी की जरूरत होती है। यह सर्जरी चार से पांच महीने के अंतराल के बाद ही की जाती है।
दोस्तों अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगे हो तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं।
अगर आपको इन में कुछ कमी लगी हो तो वह भी हमें कमेंट करके बता सकते हैं और इसके अलावा आपके दिल की कोई बात हो तो वह भी हमें कमेंट में जरूर बताएं हो सकता है।
1 thought on “आखिर कैसे होता है महिला और पुरुष का जेंडर चेंज? जानें- कितना खर्चा आता है – Gender Change kaise hota hai”