71+ गर्म कर देने वाली शायरी New Hot Shayari

71+ गर्म कर देने वाली शायरी New Hot Shayari
71+ गर्म कर देने वाली शायरी New Hot Shayari

दोस्तों आपके लिए हम ला रहे हैं गर्म कर देने वाली शायरी । हमें करते उम्मीद है कि आपको यह गर्मागर्म करने वाली शायरी, गरमा गरम शायरी फ़ोटो और बदन की आग शायरी पसंद आएगी। यहां लिखी गई सभी शायरियां सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म से ली गई हैं।

अगर आपको यह शायरी पसंद है तो आप इस शायरी को अपने दोस्तों, बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड के साथ जरूर शेयर करें।

हुस्न है पानी अकड़ कर बैठना अच्छा नहीं।
दिल मुझे दे दो ज्यादा भरना अच्छा नहीं।

सुनो इतना भी ना सरमाओ,
थोड़ा और पास आओ,
अब और रहा नहीं जाता
टांग फैला कर, बस चालू हो जाओ…

पास आ ज़रा दिल की बात बताऊँ तुझको
कैसे धड़कता है दिल की आवाज़ सुनाऊँ तुझको
आकर देख ले दिल पर नाम लिखा है तेरा
तूँ कहे तो दिल चीर के दिखाऊँ तुझको।

तेरे इश्क में इस तरह मैं नीलाम हो जाऊं
आखिरी हूं मेरी बोली और मैं तेरे नाम हो जाऊं…

71+ गर्म कर देने वाली शायरी New Hot Shayari

जलवा तो तेरी कमर का है,
जो मटकती है इधर-उधर,
करने दो इसका टेस्ट हमें,
इतना बड़ा लेकर जाओगी किधर…

आशाकी लिखे देवनागी लिखे या अपनी ख़ुशी लिखे
दिल के जज्बात अब अल्फ़ाज़ नहीं बनते
आख़िर आज क्या लिखे

हॉट शायरी हिंदी

 कुछ न मांगू इस दुनिया से
मुझे तो बस आपका मोहबत चाहिए
मर जाऊंगा एक दिन पता है
मरने के बाद भी मुझे आपका साथ चाहिए।

 सच्चा प्यार वो है जो
आँखों से आसू न बहने दे और
होठों पर लिपस्टिक न रहने दे…

Hot romantic shayari in Hindi

किस किस तरह छुपाऊं अब मैं तुम्हें
मेरी मुस्कान में भी तुम नजर आने लगे हो…

इच्छा तो उनकी भी थी पर वो कह नहीं पाये !
और जब दिया हमने तो वो सह नहीं पाये…

इस दिल को किसी की आस रहती है
निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है
तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही
पर तेरे बिना ज़िन्दगी बड़ी उदास रहती है.

तुम मिल गए तो मुझ से नाराज है खुदा
कहता है कि तू अब कुछ माँगता नहीं है…

एक इच्छा पूरी कर दो,
और एक इच्छा अपनी पूरी कर लो,
आज जहां लगे वहाँ किस कर लो…

इस दिल को किसी की आस रहती है
निगाहों को किसी सूरत की प्यास रहती है
तेरे बिना किसी चीज़ की कमी तो नही
पर तेरे बिना ज़िन्दगी बड़ी उदास रहती है।

धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल
अभी तो पलकें झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है….

बारिश में तेरे संग नहाना है,
ऐसा ये सपना कितना सुहाना है,
अगर गिरे पानी की बुँदे, तेरे होठों पर…
अपने होठों से उन्हें पी जाना है।।

तुम्हे छुआ तो दिसम्बर में प्यास लगने लगी,
तुम्हारा जिस्म का मौसम तो जून जैसा था…

दोस्तों अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगे हो तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं।

अगर आपको इन में कुछ कमी लगी हो तो वह भी हमें कमेंट करके बता सकते हैं और इसके अलावा आपके दिल की कोई बात हो तो वह भी हमें कमेंट में जरूर बताएं हो सकता है।

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